मोदी सरकार की कैबिनेट बैठक में हुए बड़े फैसले

आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक अहम कैबिनेट बैठक हुई। इस बैठक में कई बड़े प्रस्तावों पर चर्चा हुई और कुछ पर मुहर भी लगी। सबसे बड़ी खबर यह रही कि सरकार ने अगले वर्ष के लिए कई जनहित योजनाओं के बजट में वृद्धि की है।

खासतौर पर किसानों और गरीब परिवारों के लिए राहत की खबर आई है। ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ में अब सालाना मिलने वाली राशि को बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। सरकार का मानना है कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और किसानों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।


कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन और नया संदेश

दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। आज दिल्ली के जनपथ मार्ग पर कांग्रेस नेताओं ने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया।

पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि “देश में महंगाई चरम पर है लेकिन सरकार जमीनी मुद्दों से आंखें मूंदे हुए है।” इसके साथ ही कांग्रेस ने आने वाले चुनाव के लिए ‘जनसंघर्ष यात्रा’ की भी घोषणा की है, जो राज्य दर राज्य जाकर जनता से सीधे संवाद करेगी।


नई विपक्षी रणनीति – INDIA गठबंधन का विस्तार

INDIA गठबंधन, जो अब तक लगभग 26 विपक्षी दलों को एकजुट कर चुका है, अब नए राज्यों में भी अपने विस्तार की तैयारी में है। आज इस गठबंधन की एक अहम बैठक मुंबई में हुई जिसमें बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के नेताओं ने भाग लिया।

मीटिंग में यह तय किया गया कि लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके अलावा, गठबंधन ने सोशल मीडिया पर एकजुट प्रचार करने के लिए एक साझा मीडिया टीम बनाने का भी निर्णय लिया। यह देखा जा रहा है कि यह गठबंधन सरकार को टक्कर देने की पूरी तैयारी कर रहा है।


आम आदमी पार्टी और पंजाब मॉडल पर जोर

दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने आज एक नई पहल शुरू की। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में एक प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा कि पंजाब में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव लाए जा रहे हैं।

उन्होंने दावा किया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है और मोहल्ला क्लिनिक का मॉडल गाँवों तक पहुँचाया जा रहा है। अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा, “हमारा मकसद सिर्फ सत्ता नहीं, सिस्टम बदलना है।”


संसद में आज का माहौल और विपक्ष की रणनीति

संसद का मानसून सत्र चल रहा है और आज भी विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। सरकार जहां अपने कार्यों को गिनवा रही है, वहीं विपक्ष लगातार अडानी मुद्दे, महिला आरक्षण बिल और महंगाई पर चर्चा की मांग कर रहा है।

राज्यसभा में आज समाजवादी पार्टी और टीएमसी ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाए कि वह संसद को ‘एकतरफा मंच’ बना रही है। हालांकि सरकार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि “हम बहस से डरते नहीं, शर्त बस यह है कि विपक्ष भी तर्क के साथ आए।”


राजनीतिक विश्लेषकों की राय क्या कहती है?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आने वाला समय भारतीय राजनीति में बहुत कुछ नया लेकर आ सकता है। गठबंधन की राजनीति, क्षेत्रीय दलों की ताकत और युवाओं का झुकाव इन सभी का असर 2024 के चुनाव पर साफ दिखेगा।

साथ ही, सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म इस बार ज्यादा प्रभावशाली भूमिका निभा सकते हैं। राजनीतिक दल अब डिजिटल रणनीति पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं ताकि वे युवाओं तक सीधे पहुंच सकें।


निष्कर्ष: चुनावी गर्मी अभी से महसूस होने लगी है

राजनीति का तापमान दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। भले ही चुनाव अभी कुछ महीने दूर हों लेकिन तैयारी अभी से तेज़ हो चुकी है। हर दल अपना दांव चलने में जुटा है और जनता के मुद्दे एक बार फिर केंद्र में आ रहे हैं।

अब देखना यह है कि कौन-सी पार्टी जनता का भरोसा जीतती है और किसके हाथ लगेगी सत्ता की कुर्सी। तब तक, हमें चाहिए कि हम जानकारी से लैस रहें और हर मुद्दे को समझें, ताकि हमारा मत सिर्फ अधिकार न हो, एक ज़िम्मेदारी भी बने।