
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2025: कौन बने विजेता और किसे मिला दर्शकों का प्यार? पढ़िए पूरी रिपोर्ट!
क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में सबसे प्रतिष्ठित फिल्म पुरस्कार कौन सा है? बिल्कुल सही, हम बात कर रहे हैं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (National Film Awards) की, जो हर साल देश के बेहतरीन फिल्मों, कलाकारों और तकनीकी विशेषज्ञों को सम्मानित करते हैं। इस साल यानी 2025 का नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स समारोह बेहद खास रहा। इस बार कई नए चेहरों को मंच मिला तो कुछ पुराने सितारों ने फिर से चमक बिखेरी।
तो आइए, एक नज़र डालते हैं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2025 की पूरी लिस्ट पर, और जानते हैं किसे मिला कौन-सा सम्मान, और क्यों।
इस साल का मुख्य आकर्षण: किस फिल्म ने मारी बाज़ी?
2025 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में फिल्म “जलधारा” ने सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का अवॉर्ड जीतकर सभी को चौंका दिया। यह फिल्म एक छोटे से गाँव की कहानी है जो जल संकट से जूझ रहा होता है, लेकिन गाँव की महिलाएं मिलकर हालात बदल देती हैं।
निर्देशक निधि मिश्रा की इस पहली ही फिल्म ने बड़ा असर छोड़ा। न केवल विषय गंभीर था बल्कि इसके प्रस्तुतिकरण ने भी दर्शकों और जूरी दोनों का दिल जीत लिया।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और अभिनेत्री: नई प्रतिभाओं का सम्मान
इस बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला विक्की कौशल को उनकी फिल्म “सत्यमेव जयते 3” के लिए। इस फिल्म में उन्होंने एक पुलिस अफसर का किरदार निभाया था जो सच्चाई के लिए सिस्टम से टकराता है।
वहीं, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री बनीं कीर्ति सुरेश, जिन्होंने “मायरी – द साइलेंट वीमेन” में एक मूकबधिर महिला का किरदार निभाया। उनका अभिनय बेहद भावनात्मक और असरदार रहा।
बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड: अनुभव और नवाचार का संगम
बेस्ट डायरेक्टर का खिताब गया अभिषेक चौबे के नाम, जिनकी फिल्म “रेशम की डोरी” ने ना सिर्फ आलोचकों को प्रभावित किया, बल्कि आम दर्शकों में भी गहरी छाप छोड़ी।
यह फिल्म भारत की हथकरघा परंपरा और ग्रामीण महिलाओं के संघर्ष को एक सुंदर तरीके से दिखाती है।
क्षेत्रीय फिल्मों का दबदबा
हर साल की तरह इस बार भी क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों ने खूब तारीफ बटोरी।
- सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म बनी “विठू माउली”, जो भक्ति और परंपरा की खूबसूरत झलक देती है।
- सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म “कण्णा थानीर”, जो जल संकट और बचपन पर आधारित है।
- बेस्ट पंजाबी फिल्म का पुरस्कार मिला “ਅੰਮ੍ਰਿਤ ਵੇਲੇ” (अमृत वेले) को, जिसमें किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में एक परिवार की कहानी दिखाई गई है।
इन फिल्मों ने साबित किया कि भारतीय सिनेमा की ताकत सिर्फ बड़े बजट में नहीं, बल्कि मजबूत कहानी और भावना में है।
बच्चों की फिल्में और डॉक्यूमेंट्री भी रहीं खास
इस साल सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का खिताब गया “छोटे कदम”, जिसमें एक बच्चे की नज़र से पर्यावरण और प्लास्टिक प्रदूषण की कहानी दिखाई गई है।
वहीं बेस्ट डॉक्यूमेंट्री बनी “नीली धूप”, जो लद्दाख के ग्लेशियरों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को दर्शाती है। इस फिल्म ने वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों और आम लोगों को एक ही मंच पर लाकर बहुत ही संतुलित दृष्टिकोण दिया।
तकनीकी श्रेणियों में भी हुआ कड़ा मुकाबला
2025 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ छायांकन (Cinematography) का पुरस्कार गया “रेशम की डोरी” के डीओपी रवि वर्मा को। उनका कैमरा वर्क दर्शकों को ग्रामीण भारत के बीच खींच लाया।
बेस्ट एडिटिंग का खिताब शुभा सेन को उनकी डॉक्यूमेंट्री “जुड़ाव” के लिए मिला। इस फिल्म की कहानी इतनी सधे हुए ढंग से आगे बढ़ती है कि दर्शक हर पल जुड़ा रहता है।
लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड: दिग्गजों को सलाम
इस साल का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, जो भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा व्यक्तिगत सम्मान है, श्री अमिताभ बच्चन को मिला। यह उनके लंबे, प्रेरणादायक और बहुआयामी करियर के लिए एक श्रद्धांजलि थी।
समारोह में उनकी स्पीच ने सबको भावुक कर दिया। उन्होंने कहा, “मैंने कभी अवॉर्ड के लिए काम नहीं किया, लेकिन जब वह मिलता है तो मन भर आता है।”
समारोह की झलकियां और दर्शकों की प्रतिक्रिया
इस साल का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुआ। राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार वितरण की परंपरा इस बार भी निभाई गई। समारोह का माहौल काफी जीवंत था, और सभी विजेताओं को स्टैंडिंग ओवेशन मिला।
सोशल मीडिया पर भी पुरस्कारों की काफी चर्चा रही। #NationalFilmAwards2025 ट्रेंड करता रहा और लोगों ने विजेताओं को शुभकामनाएं दीं। कई लोगों ने यह भी कहा कि इस बार के अवॉर्ड्स ने वाकई प्रतिभा को सराहा।
निष्कर्ष: भारतीय सिनेमा को मिला नया आयाम
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2025 एक बार फिर साबित कर गए कि हमारे देश की फिल्म इंडस्ट्री में कितनी विविधता, गहराई और प्रतिभा है। जहां एक ओर बड़े सितारों को सम्मान मिला, वहीं नए कलाकारों और छोटे शहरों की कहानियों ने भी पहचान पाई।
अगर आप सिनेमा से प्यार करते हैं तो यह लिस्ट न सिर्फ जानना ज़रूरी है, बल्कि इन फिल्मों को देखना भी ज़रूरी है। क्योंकि ये फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं, समाज को दिशा देने वाली रचनाएं भी हैं।
आपको कौन-सी फिल्म या कलाकार सबसे अच्छा लगा? नीचे कमेंट कर के ज़रूर बताएं और इस लेख को शेयर करना न भूलें!